अब जो फ़िर मिले हो तो ज़रा पास तो बैठो ये शख्स कहां किसी को अपने पास बुलाता है, अब जो फ़िर मिले हो तो ज़रा पास तो बैठो ये शख्स कहां किसी को अपने पास बुलाता है,
मेरे छोटे सपनों को भी बड़ी शिद्दत से सजाता रहा! मेरे छोटे सपनों को भी बड़ी शिद्दत से सजाता रहा!
प्यार करने को दिल करता है पर कोई दिल को समझने वाले तो चाहिए प्यार करने को दिल करता है पर कोई दिल को समझने वाले तो चाहिए
जात पात और धर्म बैठे तराजू की एक ओर हैं, समझ नहीं आता दूसरी ओर बैठा कौन है। जात पात और धर्म बैठे तराजू की एक ओर हैं, समझ नहीं आता दूसरी ओर बैठा कौन है।
उसके शब्द कभी न पुराने पड़ते हैं और न ही मैले -कुचैले उसके शब्द कभी न पुराने पड़ते हैं और न ही मैले -कुचैले
उम्र का सूरज अब, ढलान पर जा रहा है। लगता है कि बुढ़ापा आ रहा है। उम्र का सूरज अब, ढलान पर जा रहा है। लगता है कि बुढ़ापा आ रहा है।